Song Lyrics

भोपाल......भोपाल है स्मार्ट सिटी
जिस पर मैं मर-मिटी

यहां लोग हैं बहुत समझदार
करते हैं कोविड अनुरूप व्यवहार

टीका लगवाने वालों की
यहां लगती है लंबी कतार

तो भला क्यों न हों हम सबको
भोपाल से प्यार...

अगर,चले जो तुमको खांसी।
देर ना करना,फिर तुम ज़रा सी।।
बिल्कुल भी मत घबराओ।
फौरन चेकअप अपना कराओ।

जीवन हमसे खो सकता है।
कोरोना भी हो सकता है।।
देर करो ना, जल्दी जाओ।
फौरन अपना चेकअप कराओ।।

सांस अगर रुकती है ज़रा भी।
डरो नहीं है इसकी दवा भी।
अपनी पीड़ा नहीं छुपाओ।
फौरन चेकअप अपना कराओ।।

जान अगर है जहाँ है अपना।
वरना,व्यर्थ है कोई सपना।।
कोरोना से बचो,बचाओ।
फौरन अपना चेकअप कराओ।।

बाहर जाओ, या घर में रहना।
हाथ साबुन से धोते रहना।।

बीमारी से बचना होगा।
स्वच्छ रहना अच्छा होगा।
मानो, मानो, मानो कहना।
हाथ साबुन से धोते रहना।।

घूम रहे हो क्यों बदबू ले।
जाने कब बीमारी छू ले।।
दुखना पड़ जाए कोई सहना।
हाथ साबुन से धोते रहना।।

हर इक चेहरा बुझा हुआ है।
कोरोना का खतरा बढ़ा है।।
भैया, भाभी, मेरी बहना।
हाथ साबुन से धोते रहना।।

खूब बनाओ, जीभर खाओ।
चाहे जितनी लेकर आओ।
सब्जी, लेकिन धो के बनाओ।।

जाने कितने हाथ लगे हैं।
मिट्ठी के भी कुछ धब्बे हैं।।
चाहे जहाँ से भी तुम लाओ।
सब्जी, लेकिन धोके बनाओ।।

बात यही कहना है हमको।
स्वस्थ्य अगर रहना है हमको।।
स्वच्छता की अलख जगाओ।
सब्जी, लेकिन धोकर खाओ।।

जीवन हमको नहीं है खोना।
चाहे बीमारी हो कोरोना।।
जितनी चाहे घर में लाओ।
सब्जी, लेकिन धोकर खाओ।।

घर,आंगन,तम,मन,धन होगा।
स्वच्छ रहोगे जीवन होगा।।
बीमारी से खुद को बचाओ।
मुँह पर अपने मास्क लगाओ।।

जाने किसको क्या बीमारी।
जो पड़ जाए हम पर भारी।।
सबसे थोड़ी दूरी बनाओ।
मुँह पर अपने मास्क लगाओ।

घर में रहिए या दफ्तर में।
चाहे घूमो दुनिया भर में।।
सावधानी से आओ,जाओ।
मुँह पर अपने मास्क लगाओ।।

जीवन के सपने मत तोड़ो।
कोई बीमारी खुद ना ओढ़ो।।
खुद समझो, सबको समझाओ।
मुँह पर अपने मास्क लगाओ।।

मास्क पहनना दूरी रखना
देना यह संदेश है
कोरोना से सुरक्षित करना अपना मध्यप्रदेश है...

लॉकडाउन मैं घर से बाहर जाने की मत भूल करो
खतरनाक है यह बीमारी थोड़ा सब से दूर रहो
हर जिस्म में फिर से इसका होता अब प्रवेश है
स्वस्थ रहने के लिए हमें भी रखना ध्यान विशेष है
मास्क पहनना दूरी रखना देना यह संदेश है
कोरोना से सुरक्षित करना अपना मध्यप्रदेश है...

जीवन का रंग पड़े ना फीका
लगबाओ अब जाकर टीका
सर्दी हो या खांसी आए
तेज हमें फीवर झड़ जाए
फॉरेन हॉस्पिटल जाने का सब को सख्त आदेश है
स्वस्थ रहने के लिए हमें भी रखना ध्यान विशेष है
मास्क पहनना दूरी रखना देना यह संदेश है
कोरोना से सुरक्षित करना अपना मध्यप्रदेश है...

क्या कर लेगा...क्या कर लेगा..अपना कोरोना जी
तुम इस से डरो ना जी..तुम इस से डरो ना जी
आपको रखनी है सावधानी
फिर कहां कोई भी परेशानी
हां जी...हां जी... हां

भीड़ है जिस जगह तुम ना जाना
हाथ भी अब नहीं है मिलाना
हां जी...हां जी... हां

सलाम आदाब नमस्ते
कीजिए अब दूर से हंसते हंसते
ना गले से लगो ना लगाओ
दूर से ही मोहब्बत दिखाओ
हां जी...हां जी... हां

छोड़ो छोड़ो कोरोना का रोना जी
तुम इस से डरो ना जी..तुम इस से डरो ना जी

मेरी बातें सुनो भैया बहना
धूप तो आप लेते ही रहना
रात का खाना जो ठंडा बासा
इनको खाना नहीं तुम जरा सा
हां जी...हां जी... हां

मास्क मुंह पर लगाकर निकलिए
ग्लव्स हाथों में पहन कर ही चलिए
साफ कपड़े चकाचक ही पहने
फिर तो चिंता नहीं भाई बहने
हां जी...हां जी... हां

बार-बार अपने हाथों को
साबुन से धोना जी
तुम इस से डरो ना जी..तुम इस से डरो ना जी

छींक खांसी बुखार का आना
इनसे तुम न डरना और ना डराना
अस्पतालों में जाना दिखाना
डॉक्टर जो दवा लिखे खाना
हां जी...हां जी... हां

फिर कहां वायरस यह टिकेगा
तुझे सपनों में भी ना दिखेगा
पास कभी कोरोना न आये
देखकर तुमको वह थरथराये
हां जी...हां जी... हां

यह बीमारी कभी तुमको होना जी
तुम इस से डरो ना जी..तुम इस से डरो ना जी

सुनो सुनो सुनो अब यह जान समझ लो
जाएगी बर्ना ये भी जान समझ लो
तो का करें भैया
बात यह हमारी सुनो सब को बताओ
बढ़ते कोरोना से भैया खुद को बचाओ

यहां वहां थूका-थाकी
बेमतलब तांका- झांकी
हम सब पर पड़ी है भारी
खतरनाक यह बीमारी
लॉकडाउन का नियम ना तोड़ो
मास्क पहनना ना छोड़ो
पास आकर ना यूं बताओ
दो गज की दूरी अपनाओ
सर्दी बुखार खांसी हो तो
डॉक्टर को भी दिखाओ
बात यह हमारी सुनो सब को बताओ
बढ़ते कोरोना से भैया सबको को बचाओ

भैया-भाभी, बेटा-बेटी, दादा-दादी, नाना-नानी
करो नहीं आना कानी
वैक्सीन हमें लगावानी
कोरोना में लापरवाही
हम सब पर पड़ेगी भारी
दो गज की दूरी अपनाओ
अब तो भैया मान जाओ
बात यह हमारी सुनो सब को बताओ
बढ़ते कोरोना से भैया सबको को बचाओ

हां भैया लगा रहे मास्क

सावधान रहना है दीदी
सावधान रहना है भैया
छोड़ो रोना-धोना
अपने जिले में ना आए
अपने शहर में ना आए... कोरोना

घबराने की बात नहीं, डरने की बात नहीं है
हमें कोरोना से बचना है, हां यह बात सही है
करो दूर से दुआ सलामी, करिए आप नमस्ते
दूर से रह कर बात कीजिए, अब तो हंसते हंसते
यह साधारण बीमारी है, इससे आप डरो ना
अपने जिले में ना आए
अपने शहर में ना आए... कोरोना

रात का भोजन ठंडा-बासा, आप कभी ना खाना
जो भी चीजें ठंडी हैं, उनको खाने से डरना
मुंह पर मास्क ग्लव्स हाथ में, लेकर आप निकलना
धूप तापना तबीयत से तुम, छत पर रोज टहलना
बार-बार हाथों को अपने, है साबुन से धोना
अपने जिले में ना आए
अपने शहर में ना आए... कोरोना